राजधानी दिल्ली की उत्तर-पश्चिम जिले की साइबर थाना पुलिस ने जिगोलो बनाने मसाज सर्विस देने का झांसा देकर ठगी करने वाले एक शातिर गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने इस गिरोह में शामिल 2 महिलाओं सहित 4 लोगों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। यह आरोपी पिछले 2 साल में 100 से अधिक लोगों को ठगी का शिकार बना चुके हैं। सभी आरोपी दिल्ली के ही रहने वाले हैं।
पुलिस ने बताया कि यह गिरोह भोलेभाले बेरोजगार लोगों को ‘जिगोलो या मसाज सेवाएं’ देने के बदले मोटी सैलरी और अन्य लाभ देने का लालच देकर ठगते थे। पुलिस ने इनके पास से 7 मोबाइल फोन, 1 लैपटॉप, एटीएम कार्ड और कुछ दस्तावेज बरामद किए हैं।
सोशल मीडिया पर देते थे विज्ञापन
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार किए गए इन इन चारों ठगों की पहचान- शुभम आहूजा निवासी राजौरी गार्डन, उदित मेहता (26 वर्ष) निवासी सुभाष नगर, नेहा छाबड़ा (24 साल) निवासी सुभाष नगर और अर्चना आहूजा (44 साल) निवासी सुभाष नगर के रूप में की गई है। पुलिस ने बताया यह आरोपी पिछले 2 साल में 100 से अधिक लोगों को ठगी का शिकार बना चुके हैं। यह इनके झांसे में आने वाले लोगों से रजिस्ट्रेशन फीस, मसाज किट, होटल बुकिंग आदि के नाम पर पैसे की मांग करते थे। यह गिरोह सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म, रैंडम व्हाट्सएप टेक्स्ट मैसेज और डेटिंग ऐप पर विज्ञापन पोस्ट करते थे।
अवनीत सिंह संधू ने दर्ज कराई थी शिकायत
साइबर थाना पुलिस को इन आरोपियों के खिलाफ अवनीत सिंह संधू (23 वर्ष) निवासी किंग्सवे कैंप, दिल्ली से एक शिकायत मिली थी। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि उसे उसके मोबाइल फोन पर अज्ञात नंबर से एक वॉट्सऐप मैसेज मिला था, जिसमें उसे लोगों के घर जाकर मालिश करने के लिए एक पुरुष मसाज वाले की नौकरी की पेशकश की गई थी। उसने जब दिए गए मोबाइल नंबर पर संपर्क किया तो उसे रजिस्ट्रेशन के लिए 3500 रुपये देने के लिए कहा गया। शिकायतकर्ता ने पेटीएम के माध्यम से पैसों का भुगतान कर दिया। इसके अलावा भी उसे रजिस्ट्रेशन फीस, मसाज किट, होटल बुकिंग आदि के नाम पर और रुपये देने के लिए कहा गया था। इस तरह से शिकायतकर्ता ने कुल 47,200 रुपये चुका दिए थे, लेकिन उसे ऐसी कोई नौकरी प्रदान नहीं की गई थी, तब उसे एहसास हुआ कि नौकरी के नाम पर उसे ठगा गया था।
इसके बाद अवनीत सिंह ने इस संबंध में साइबर पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराई थी। शिकायत के आधार पर पुलिस ने इस मामले की जांच करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस द्वारा अन्य मामलों में भी उनकी संभावित संलिप्तता का पता लगाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
जल्द अमीर बनने लालच में करते थे ठगी
पुलिस ने बताया कि शुभम आहूजा इस ठगी का मास्टरमाइंड है। उसने 12वीं तक पढ़ाई की है। वह ‘जिगोलो/प्लेबॉय जॉब्स’ के लिए सोशल मीडिया, रैंडम टेक्स्ट मैसेज, पोर्न वेबसाइट और डेटिंग ऐप्स के जरिए विज्ञापन पोस्ट करता था। वह ‘जिगोलो/प्लेबॉय जॉब्स’ के बदले युवाओं को ठगता है, क्योंकि उन्हें निशाना बनाना आसान होता है। वह इस फर्जी कॉल सेंटर को चलाता था और विभिन्न बैंक खातों में ठगी के पैसे प्राप्त करता था। वह एक शानदार जीवनशैली जीने का शौकीन था और लोगों को धोखा देता था ताकि आसान पैसा कमाया जा सके।
वहीं, उदित मेहता इस फर्जी कॉल सेंटर में मैनेजर के तौर पर काम करता था। उसने 12वीं तक पढ़ाई की है। वह भी एक शानदार जीवन शैली जीने का शौकीन था और लोगों को धोखा देता था ताकि आसान पैसा कमाया जा सके।
नेहा छाबड़ा वह कॉल सेंटर में टेली-कॉलर का काम करती थी। उसने स्नातक स्तर तक पढ़ाई की है। वह आसानी से पैसा कमाने के लिए धोखाधड़ी का अपराध करती थी। वहीं, अर्चना आहूजा भी इस कॉल सेंटर में टेली-कॉलर का काम करती थी। उसने स्नातक स्तर तक पढ़ाई की है। वह आसानी से पैसा कमाने के लिए धोखाधड़ी का अपराध करती थी।